31. कोई किसी के घर ना आ रहा ना जा रहा है,
लॉकडाउन में सब कुछ थमा थमा सा है,
थोड़ी थोड़ी एहतियात बरत रहा है आज हर कोई,
धैर्य और होठों पर मुस्कान रख रहा है हर कोई…
सदा मुस्कुराते रहिए।
32. क्या दौर आया है लोग घरों में कैद हो गए हैं,
साँस लेने में भी एहतियात बरत रहे हैं,
अपनों से दूर होकर पास रहने के तरीके खोज रहे हैं,
बस जीने की तमाम कोशिशें कर रहे हैं…
लव यू ज़िन्दगी।
33. कुछ और लॉकडाउन दिनों का सफर अभी बाकी है,
यूँ तो लोग सिमट गए हैं चारदीवारी में,
लेकिन भलाई है समय के अनुसार ढल जाने में,
भूलो मत कोरोना से लड़ाई अभी बाकी है…
34. कहते हैं की उम्मीद कभी हमें नहीं छोड़ती,
जल्दबाज़ी में हम उसे छोड़ देते हैं,
संकल्प हमारा हम भी नही भूलेंगे,
कोरोना से जन्मे हालातों से हम अन्त तक लड़ेंगे।
35. घर से निकलिए हमेशा पहनकर मास्क,
सुरक्षित रहने का अब यही है टास्क,
लॉकडाउन का पूरी शिद्दत से करना है पालन,
अब और नहीं सहना है कोरोना का उत्पीड़न।
36. अभी कुछ दिनों तक घर में ही दिल बहलाइए,
सब कुछ तो घर में है तो बाहर क्यों जाइये,
नज़रें जमाकर कोई इंतज़ार कर रहा है दहलीज के पार आपका,
अब आप पर है फैसला क्या नहीं ख्याल रखना है अपनों का।
37. नहीं रुकेंगे,
हम तो आगे बढ़ेंगे,
नहीं डरेंगे,
हम तो नित लड़ेंगे,
नहीं हारेंगे,
हम तो जीतेंगे,
मास्क पहनेंगे,
दूरी रखेंगे,
हैंड वॉश करेंगे,
नहीं बाहर निकलेंगे,
हम तो घर पर रहेंगे,
हँसेंगे, रोएँगे, खेलेंगे, कूदेंगे, गाएँगे, नाचेंगे,
पढ़ेंगे, लिखेंगे, म्यूज़िक सुनेंगे, डान्स करेंगे,
वॉक करेंगे, योगा करेंगे, कुकिंग करेंगे…
लेकिन हम घर से नहीं निकलेंगे…
नहीं निकलेंगे…
खुद से प्रॉमिस कीजिये इन बातों का
38. रोम रोम को है विश्वास,
नहीं छोड़नी है जीत की आस,
विजय गीत हम गाएँगे,
फिर सब इसको दोहराएंगे।
39. बहुत हो गया कोरोना कोरोना का जाप,
अब हमें ही करना है कुछ अपने आप,
खुद से पूछेंगे कितनी रखी हमने सावधानी,
हैंड वॉश-सैनीटाइज़र से कितनी बार की खींचातानी।
(यह सब आपके चेहरे पर मुस्कान रखने के लिए है इसलिए दिमाग न लगाएँ पढ़ें और हँसते जाएँ)
40. एक छोटा वायरस नहीं कर सकता हमें अपनें अधीन,
आओ हम सब मिलकर करें कुछ विचार नवीन,
ज़िंदगी हम तुम्हें फिर से संवारेंगे,
खुशियों भरी नयी सुबह लाकर दिखाएंगे।
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