Aahar Samhita
An Initiative of Dietitian Amika
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गाँव घर में छुपा पोषण

वॉटर लिली है लाख दु:खों की दवा

वॉटर लिली जिसकी विभिन्न प्रजातियों में कमल के जैसे दिखने वाले अलग अलग रंगो के फूल खिलते हैं औषधीय महत्व वाला पौधा है। इस पौधे का हर एक भाग औषधीय महत्व लिए है। आज हम यहाँ लाल और सफ़ेद वॉटर लिली के बारे में बात करेंगे जिसका भोजन में उपयोग होता…
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बड़े काम का चिचिंडा

चिचिंडा लौकी, तरोई परिवार की सब्जी है। आकार में ये तरोई जैसे पतले पर लम्बाई में उससे कहीं ज्यादा तक होते हैं। वानस्पतिक विवरण के आधार पर लम्बाई में ये 15 से.मी. से 150 से.मी. तक होते हैं। खाने के लिए मध्यम आकार के फलों को प्राथमिकता दी जाती…
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कुल्फा है सेहत और स्वास्थ्य के लिए

कुल्फा गुणों से भरपूर एक ऐसी पत्तेदार सब्जी है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लू.एच.ओ.) ने अपनी बहुत उपयोगी औषधीय पौधों की सूची में शामिल किया है। वानस्पतिक आधार पर यह एक खाने योग्य जंगली पौधा है जो गाँव से लेकर शहर तक कहीं भी बड़ी आसानी से…
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थाली में हो पोए तो रोग दूर होए

हरी पत्तेदार सब्जी में आने वाली पोय गुणों से भरपूर है। यद्यपि इसका उपयोग अब कम होता जा रहा है। आसानी से पनपने वाली ये बेल बाग-बगीचों में खूब देखी जा सकती है। लोग इसे बोते भी हैं और पक्षियों द्वारा इसके बीज फैलाये जाने की वजह से यह अपने आप…
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मकोय है मिनेरल्स का अच्छा स्रोत

मकोय औषधीय महत्व की एक ऐसी वनस्पति है जो कहीं भी बड़ी आसानी से मिल जाएगी। पर ये अपनी पहचान खोती जा रही है। खर पतवारों के साथ उगने वाला ये पौधा प्राचीन समय से अपने औषधीय महत्व की वजह से एक खास स्थान रखता है। गाँव घरों में दादी नानी के समय…
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कैथा है पोषण की खान

कैथा जंगली पादप श्रेणी का फल है। कैथा को नाम से बहुत लोग जानते होंगे पर इसका इस्तेमाल भोजन में कम ही घरों में होता है। गाँव में भी इसके पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है। कैथे का कच्चा और पका फल दोनों खाने योग्य होता है। कचा फल खट्टा हल्का…
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हरफरौरी है गुणों की खान

हरफरौरी का पेड़ आमतौर पर सजावट के लिए लगाया जाता है। हरफरौरी का पेड़ अब शहरों ही नहीं गांवों में भी कम दिखता है। आदिवासी क्षेत्रों में ये आसानी से उपलब्ध है। आदिवासी क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल भोजन में होता आ रहा है। जिन भी क्षेत्रों में…
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पौष्टिकता की खान गूलर औषधीय गुणों से भी भरपूर

गूलर अंजीर के जैसा दिखने वाला फल है। ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी अधिकतर लोग गूलर से परिचित तो होंगे पर इसका उपयोग भोज्य पदार्थ के रूप में घटता जा रहा है। हमारे व्यंजनों में गूलर के व्यंजनों की जगह धीरे–धीरे कम होती जा…
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नीम – लाख दुःखों की एक दवा

नीम जिसे किसी परिचय की ज़रूरत नहीं एक औषधीय पेड़ है। आपने इसके औषधीय गुणों के बारे में तो ज़रूर सुना होगा पर इसका भोजन में भी इस्तेमाल होता है। देश के कई क्षेत्रों में नीम की पत्ती, फूल, और फल का भोजन में इस्तेमाल होता है। नीम के फूल और पत्ती…
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महुआ एक लाभ अनेक

महुआ जिसे बंगाली, गुजराती, मराठी और हिन्दी में महुआ, कन्नड़-हिप्पे (hippe), मलयालम-पूनामिलुपा (poonamilupa), उड़िया-महुला (mahula), तमिल-इलुप्पाई (iluppai), तेलगु -इप्पा (ippa) कहते हैं; आदिवासियों के लिए वरदान माना जाता है। आदिवासी समुदाय…
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